” एक बार “
ये कहना सही नहीं की अंधेरा बहुत है ,
तुम एक बार इन आँखों को खोलो तो सही !!
जिन्हे समझ बैठो हो तुम अपनी राहों में पत्थर,
उन्हें एक बार गले लगा के देखो तो सही !!
जो भी सपने है तुम्हारे वो हकीकत भी होंगे ,
एक बार खुद में विश्वास कर के देखो तो सही !!
हम कर सकते है ये कब तक बोलोगे ,
हम करेंगे ये बोलकर देखो तो सही !!