“एक बार मेरी खातिर, वापस आया तो होता”
तेरा नशा ,छाया तो होता।
एक बार मेरी खातिर, वापस आया तो होता।
मानते अपनी हर गलती, तू मुस्कुराया तो होता।
एक बार मेरी खातिर, वापस आया तो होता।
छोड़ना आसान था मुझे, एक बार अपनाया तो होता।
एक बार मेरी खातिर, वापस आया तो होता।
जिंदगी एक साथ जीने का, इरादा बनाया तो होता।
एक बार मेरी खातिर, वापस आया तो होता।
प्यार किया था अगर तो, मुझे एक बार गले लगाया तो होता।
एक बार मेरी खातिर,वापस आया तो होता।
कसूर क्या था मेरा,मुझे समझाया तो होता।
एक बार मेरी खातिर,वापस आया तो होता।