एक बात हमेशा याद रखिए जब किसी की ग़लती करने पर गुस्सा आये तो
एक बात हमेशा याद रखिए जब किसी की ग़लती करने पर गुस्सा आये तो उसे डांटने में ऐसे शब्दों का उपयोग कभी न करें.. खासतौर पर अपने बच्चों पर या उन पर जो आपको पसंद करते हैं प्यार करते हैं….. जैसे
तुम धोखेबाज हो , झूठे हो , तुम्हारा कुछ नहीं हो सकता, तुम फेलियर हो , तुम जीवन भर कुछ नहीं कर सकते, तुम धरती के बोझ हो , तुम फ्राड हो , तुम लूजर हो , बगैरा बगैरा.
पता है ये शब्द गलतियों का एहसास कराने के लिए नहीं बल्कि व्यक्तित्व को बिगाड़ने का काम भी कर सकते हैं, बच्चे अपने ऊपर इन शब्दों को कैसे लेते हैं ये समझिए फिर बोलिए.. कहीं ऐसा ना हो जाए कि आपका शरारती बालक सदा के लिए खामोश हो जाये , डिप्रेशन में आ जाये, उसे मनोचिकित्सक की जरूरत पड़ जाये .. क्योंकि डी मोटीवेट करने वाले शब्द किसी के भी व्यवहार को चिंता ग्रस्त बना सकते हैं तो
गुस्से में कुछ भी नकारात्मक बोलने से बचें, नहीं तो आपको आपका गुस्सा आपके अपनों को खोने का कारण बन जायेगा
फिर पछताने से कुछ नहीं होगा क्योंकि मन कोमल होता है और अपनों की कही हर बात पर बहुत गौर करता है हमेशा याद रखिए
गुस्सा करो मगर तमीज के साथ माता पिता, पालक, अभिभावक से सीधे दुश्मन, क्रूर मत बन जाना।
बच्चे चंचल होते हैं, शरारती होते हैं लेकिन अपराधी, पागल, डिप्रेस्ड बच्चों को आपका गुस्सा करने वाला व्यवहार बना देता है सो बी एलर्ट
✍️प्रतिभा द्विवेदी मुस्कान©
सागर मध्यप्रदेश भारत
( 13 नवंबर 2024 )