एक प्रेम कहानी
एक प्रेम कहानी…
कभी अधूरी नहीं हो सकती
यह बात अलग है कि
विपरीत परिस्थितियों के
चलते कोई एक हृदय
किसी कोने में उसे
छुपाए रखता है !
घने बीहड़ में जैंसे कहीं
नरम डूब के बिछौने पर
प्रकृति छुपा देती है
हिंसक जीवों के भय से किसी
अबोध हिरन शावक को !!
और व्याकुल हृदय से
प्रार्थना करती है उसकी
अमरता के लिए !
जिसकी याद रह रहकर
अकेले में भिगोती रहती हैं
कोमल आँखे !!
और वह नजर बचाकर
उन ऑंसू की बूंदों को
पोंछती,रहती है जिंदगी भर !
फिर भी उसका हृदय
नही मानता उसकी
इस भौतिक कारीगरी को !!
वह तो दुलारता रहता है
उस प्रेम शिशु को !
जो अठखेलियाँ करता है
अंतर्मन के किसी कोने में !!
अपने प्रिय के मिलन की
कल्पना से आल्हादित !
जिसकी कहानी लिखी होती है
एक अमिट,
शिलालेख बनकर !!
वह पूरी प्रेम कहानी !
जो कभी ,
अधूरी नहीं हो सकती !!
✍️ सतीश शर्मा, नरसिंहपुर
( मध्यप्रदेश)