एक पहल कोरोना को हराने की
आओ मिकलर पहल करें,
कोरोना को हराने की,
अपने भारत वर्ष को फिर से,
विश्व गुरु बनाने की,
मुँह पर अपने मास्क बांधलो,
साबुन से धो हाथ,
रखें बनाकर दूरी सामाजिक,
एक दूसरे के साथ,
अनावश्यक न घर से निकले,
और न ऐसा काम करें,
इस युद्ध से जितना है तो,
घर मे ही आराम करें,
गर कोई है कोरोना पीड़ित,
उसका न अपमान करें,
पुलिस,सेना,चिकित्सा सेवा,
सबका हम सम्मान करें,
जितना भी मुश्किल हो जाए,
छोड़े न हम साथ,
नमस्कार दिनचर्या में लाए,
नही मिलाएं हाथ,
इस अंजान शत्रु से लड़ने,
यह करना है जरूरी,
यह कोरोना की लड़ाई है,
इसके बिना अधुरी,
इस युद्ध को लड़ने खातिर,
सरकार की योजना भारी है,
आत्मनिर्भर बनने की अब,
जनता की भी बारी है,
वेतन,भत्ते,ऋण,घर किराया,
इन सब को आसान करें,
लॉक डाउन की इस घड़ी में,
किसी को न परेशान करें,
यह भी रखें ध्यान में अपने,
कोई न भूखा रह जाए,
मदद करें हम दिन दुःखियों की,
जितना हम से बन पाए,
कोशिश करें हमेशा हम,
कोई भी न हो डर,
पैसों की किल्लत से वे,
छोड़े न अपना घर,
भगवान किसी को न दिखाएं,
गरीबी का वो पल,
परिवार की जिम्मेदारियों से,
वे निकल पड़े पैदल,
ऐसी घड़ी न आने दें,
कि कोई अपना घर छोड़े,
मदद करें और रोक के उनको,
कोरोना चक्र को तोड़े,
सरकार ने तो कर दिया,
अब अपना भी बनता है,
कोई भूखा है कोई प्यासा है,
सड़कों पर अब जनता है,
आओ सबकी भूख मिटायें,
ऐसा अमल हम करते है,
सबको सुरक्षित घर पहुँचाने,
योजना सफल हम करते हैं,
इस बीमारी से लड़ने को,
शक्ति प्रबल हम करते हैं,
पहले भी हम लड़ चुकें हैं,
चलो फिर से लड़ते हैं
नही जीतेगा हारेगा हमसे,
इससे नही हम डरते हैं,
कोरोना हराने की की खातिर,
एक पहल हम करते हैं,
– विनय कुमार करुणे