नया इतिहास रचाया है
देश का गौरव नई संसद देकर
स्वाभिमान हमारा बढ़ाया है
भारतीय संस्कृति का परचम
जग में तुम ने लहराया है
जात-पात और ऊंच-नीच से
उठकर तुमने काम किया है
राष्ट्र प्रथम है इस सूत्र का
दुनिया को तुमने ज्ञान दिया है
त्याग,तपस्या और बलिदान की
वह साक्षात प्रतिमूर्ति है
लोकतंत्र का है वह रक्षक
वह मेरे राष्ट्र का प्रहरी है
नया भवन नहीं नई संसद नहीं
यह राष्ट्र का गौरव है
किया समर्पित राष्ट्र को तुमने
मान देश का बढ़ाया है
देश प्रेम के कार्यों में कुछ
अवरोध हमेशा आता है
जीता धैर्य से तुमने सबको
नया इतिहास रचाया है
नया इतिहास रचाया है…
इंजी. संजय श्रीवास्तव
बालाघाट मध्यप्रदेश
31.05.2023