एक दूजे को ______ मुक्तक
एक दूजे को नहीं जानते,
इस पटल पर मिलते हैं।
तुम हमें पढ़ते हम तुमको पढ़ते,
मन प्रसन्नता से खिलते हैं।।
ना रुके यह सिलसिले चलते ही रहे,
विचार अच्छे जानने समझने को मिलते हैं।।
राजेश व्यास अनुनय