Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Feb 2018 · 1 min read

एक दिल मिला जागा सा एक जुवां मिली सोई सी

एक दिल मिला जागा सा एक जुवां मिली सोई सी
मुझे जिंदगी मिली खोई सी,क्यों ज़िंदगी मिली खोई सी,
बस चार दिन को ही सही पर हमसफ़र हैं वो,
चार दिन के नाम पर क्यों आँख रोई सी,
मुझे जिंदगी मिली खोई सी,क्यों ज़िंदगी मिली खोई सी,
प्रेम का वो है पुजारी बात है पुख्ता,
फिर प्रेम मूरत क्यों नहीं दिल में संजोई सी
मुझे जिंदगी मिली खोई सी,क्यों ज़िंदगी मिली खोई सी,
साजे दिल पे बज रहे हैं सैकड़ो नगमे,
फिर क्यों जुवां पे सुर नहीं और ताल कोई सी
मुझे जिंदगी मिली खोई सी,क्यों ज़िंदगी मिली खोई सी,
ठीक है तुमको नहीं है प्रीत की पीड़ा,
फिर अश्रुओं से ओढ़नी क्यों है भिगोई सी
मुझे जिंदगी मिली खोई सी,क्यों ज़िंदगी मिली खोई सी,

Language: Hindi
181 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनुराग दीक्षित
View all
You may also like:
***होली के व्यंजन***
***होली के व्यंजन***
Kavita Chouhan
मुझसे जुदा होने से पहले, लौटा दे मेरा प्यार वह मुझको
मुझसे जुदा होने से पहले, लौटा दे मेरा प्यार वह मुझको
gurudeenverma198
पितर
पितर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
लगा चोट गहरा
लगा चोट गहरा
Basant Bhagawan Roy
किसी रोज मिलना बेमतलब
किसी रोज मिलना बेमतलब
Amit Pathak
हंसी मुस्कान
हंसी मुस्कान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
किसी ग़रीब को
किसी ग़रीब को
*प्रणय प्रभात*
"" *माँ सरस्वती* ""
सुनीलानंद महंत
बेटी की शादी
बेटी की शादी
विजय कुमार अग्रवाल
3158.*पूर्णिका*
3158.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मार मुदई के रे
मार मुदई के रे
जय लगन कुमार हैप्पी
दहेज की जरूरत नहीं
दहेज की जरूरत नहीं
भरत कुमार सोलंकी
🌹 *गुरु चरणों की धूल* 🌹
🌹 *गुरु चरणों की धूल* 🌹
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
सिसकियाँ जो स्याह कमरों को रुलाती हैं
सिसकियाँ जो स्याह कमरों को रुलाती हैं
Manisha Manjari
कुछ अजीब से वाक्या मेरे संग हो रहे हैं
कुछ अजीब से वाक्या मेरे संग हो रहे हैं
Ajad Mandori
हमारी मां हमारी शक्ति ( मातृ दिवस पर विशेष)
हमारी मां हमारी शक्ति ( मातृ दिवस पर विशेष)
ओनिका सेतिया 'अनु '
बददुआ देना मेरा काम नहीं है,
बददुआ देना मेरा काम नहीं है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
निरंतर प्रयास ही आपको आपके लक्ष्य तक पहुँचाता hai
निरंतर प्रयास ही आपको आपके लक्ष्य तक पहुँचाता hai
Indramani Sabharwal
शिकवा
शिकवा
अखिलेश 'अखिल'
हे परमपिता मिले हमसफ़र जो हर इक सफ़र में भी साथ दे।
हे परमपिता मिले हमसफ़र जो हर इक सफ़र में भी साथ दे।
सत्य कुमार प्रेमी
*ए.पी. जे. अब्दुल कलाम (हिंदी गजल)*
*ए.पी. जे. अब्दुल कलाम (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
रंग जाओ
रंग जाओ
Raju Gajbhiye
वक्त से पहले..
वक्त से पहले..
Harminder Kaur
हो अंधकार कितना भी, पर ये अँधेरा अनंत नहीं
हो अंधकार कितना भी, पर ये अँधेरा अनंत नहीं
पूर्वार्थ
"दिल का हाल सुने दिल वाला"
Pushpraj Anant
कभी वो कसम दिला कर खिलाया करती हैं
कभी वो कसम दिला कर खिलाया करती हैं
Jitendra Chhonkar
सांसें
सांसें
निकेश कुमार ठाकुर
Augmented Reality: Unveiling its Transformative Prospects
Augmented Reality: Unveiling its Transformative Prospects
Shyam Sundar Subramanian
आपको याद भी
आपको याद भी
Dr fauzia Naseem shad
"बेहतर है चुप रहें"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...