एक दिन यह समझ आना है।
लो ये हमारा अहद नामा है,,,
नाम तुम्हारे हमारा सारा ही खज़ाना है।।
देखते हैं अब तुम कैसे जीते हो,,,
लोगों को और खुद को कितना खुश रखते हो।।
यूं बड़ा कहते थे गरीब हूं किस्मत ने तुम्हें मारा है,,,
तुम्हारे हिसाब से अब तुम्हें मिल गया खज़ाना है।।
देखो अब अश्क ना आए कभी तुम्हारी नज़रों में,,,
अब तुमको हंस कर बस जिन्दगी को बिताना है।।
दौलत से चीजे तो मिल जाती है पर रूहानियत नहीं मिलती है,,,
हमको पता है पर तुमको भी एक दिन यह समझ आना है।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ