एक दिन एक बच्चे ने…
एक दिन एक बच्चे ने ये सवाल कर दिया
चाचा ये तुमने देश का क्या हाल कर दिया
तुम भी तो इसी मिटटी में खेले हो लिपटकर
फिर खून से इस मिटटी को क्यों लाल कर दिया
तुमको तो बनाना था इसे सोने की चिड़िया
तुमने ही इसे लूट के कंगाल कर दिया
चुनकर तुम्हे भेजा था संसद में जिन्होंने
मुश्किल उन्हीं का तुमने रोटी दाल कर दिया
इक सच ही तो कहा था हमने तुमसे पहली बार
तुमने तो शहर भर में ही बवाल कर दिया
उम्मीद थी सुरक्षा की जिनको उन्हीं को क्यों
बकरे की तरह काट के हलाल कर दिया
दोंगे अपने बच्चों को बारूद की धरती
क्या दिमाग पाया है कमाल कर दिया