एक दयावान मछुआरा
मेरी अंगुली में
तेरा जो छल्ला है
मेरे गले में जो तेरी
माला है
मेरा जीवन यह मेरा कहां
मेरी हर सांस पर कर्ज तुम्हारा
हे प्रभु तू
मेरा रखवाला
मुझ अकेली का इस भरे पूरे संसार में
एकमात्र सहारा है
भरोसा है तुझपर
अटूट विश्वास है मुझे
तुझपर कि तू कभी न
छलेगा मुझे
तभी तो इतने हौसले से रख
बढ़ा रही इस धरती पर एक एक कदम
गिरूंगी तो तू मुझे तत्काल
संभाल लेगा
आवाज देने से पहले पुकार लेगा
अब तो तू ही मेरे जीवन की डूबती नैया को
पार लगाता एक दयावान विशाल
हृदय का मछुआरा है।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001