एक तो गोरे-गोरे हाथ,
एक तो गोरे-गोरे हाथ,
उसमें हिना की सौगात,
क्या बात , क्या बात ।
बस इक तुम्हारा साथ,
तुमसे दिन-रात मुलाकात,
क्या बात, क्या बात ।
जो हो तुमसे दूर होने की बात,
तो लगता है जैसे हृदयाघात ,
कभी ना छोड़ना साथ,
क्या बात, क्या बात ।।
— सूर्या