एक तुम्हारा चश्मा
एक तुम्हारा चश्मा, एक तुम्हारी बाली…
एक वो ठोढ़ी पर तुम्हारे बाई तरफ का तिल…
बेमिसाल जोड़ी हैं, जैसे मैं, तुम और हमारे दिल!
तुम्हें सोचते रहना सुकून देता है,
अब बातें नहीं हो पाती है हमारी लेकिन…
अक्सर तुम्हारी याद आती है।
वो पल हमेशा याद आते है…
जो मैंने तुम्हारे साथ जियें है।
ज़िन्दगी मे बहुत से उतार-चढाव आते रहते है,
मिलना-बिछड़ना लगा रहता है ज़िन्दगी में…
हमारे झगड़े, गुस्से वाले पल, फिर रूठना-मनाना
मेरे पास बहुत सी अच्छी यादें है,
जो मेरे दिमाग़ मे फिल्मों कि तरह चलती हैं।
वो हँसी, वो जगहें, वो पागलपन, वो अनगिनत बातें
जो कभी खत्म नहीं होती थी।
मैं इन्हे कभी खत्म नहीं करना चाहता…
मैं तुमको हमेशा याद रखता हूँ,
एक मुस्कुराता चेहरा, आंसुओं से भरी दो आँखों
और एक खूबसूरत दिल के साथ!!