– एक तरफ विश्वास दूसरी तरफ विश्वासघात –
एक तरफ विश्वास दूसरी तरह विश्वासघात –
हमने अपनो पर किया एक तरफ से विश्वास,
दूसरी तरफ अपनो से मिला हमे विश्वास पर घात,
मोहब्बत में भी हमे कुछ ऐसा ही सितम मिला ,
हम उन पर मरते रहे ,
वो सजोनो लगी सपने किसी और के साथ,
अपनो के विश्वास घात से ऊबरे ही नही थे की,
दोस्तो ने कर दिया हम पर आघात,
दोस्तो ने दोस्ती तोड़ी किया गिरगिट सा व्यवहार,
इन गिरगिटो के व्यवहारो से तंग आ चुके हम,
विश्वास करके विश्वास घात बहुत खा चुके हम,
अब न करेंगे कभी भी किसी पर भी विश्वास,
क्योंकि हम करते है सदा एक तरफ विश्वास,
मिलता है हमे ही सदा दूसरी तरफ विश्वास घात,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान