एक तरफा
एक तरफा
जब में लिखूं तुम्हे , तब तुम मेरे अल्फाजों में महक जाना ।
जब तुम तन्हा महसूस करो तो चले आना ।।
भटकता बावरा मन जब कहीं भटके तो भटक आना ।
साथ अगर छोड़ दे कोई तो चले आना ।।
जिक्र अगर करे कोई पुराने जख्मों पर ।
मन उदास होने से पहले चले आना ।।
सपनो में भी हो अगर तन्हाइयों का साया, हो
अकेला पन और मन ना लगे ।
तो मुस्करा कर मुझे याद करना और चले आना ।।