Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Apr 2020 · 1 min read

एक तरफा

एक तरफा
जब में लिखूं तुम्हे , तब तुम मेरे अल्फाजों में महक जाना ।
जब तुम तन्हा महसूस करो तो चले आना ।।
भटकता बावरा मन जब कहीं भटके तो भटक आना ।
साथ अगर छोड़ दे कोई तो चले आना ।।
जिक्र अगर करे कोई पुराने जख्मों पर ।
मन उदास होने से पहले चले आना ।।
सपनो में भी हो अगर तन्हाइयों का साया, हो
अकेला पन और मन ना लगे ।
तो मुस्करा कर मुझे याद करना और चले आना ।।

Language: Hindi
1 Like · 323 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कौशल कविता का - कविता
कौशल कविता का - कविता
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
किसी भी हाल में ये दिलक़शी नहीं होगी,,,,
किसी भी हाल में ये दिलक़शी नहीं होगी,,,,
Shweta Soni
परतंत्रता की नारी
परतंत्रता की नारी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
शिक्षा का उद्देश्य भूल गए, नव छात्र ये कर्म भूल गए
शिक्षा का उद्देश्य भूल गए, नव छात्र ये कर्म भूल गए
Dr.Pratibha Prakash
दोहा 🌹💖
दोहा 🌹💖
Neelofar Khan
"परवाज"
Dr. Kishan tandon kranti
आरम्भ
आरम्भ
Neeraj Agarwal
बाण मां के दोहे
बाण मां के दोहे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
■मौजूदा हालात में■
■मौजूदा हालात में■
*प्रणय*
* मन बसेगा नहीं *
* मन बसेगा नहीं *
surenderpal vaidya
लोग बस दिखाते है यदि वो बस करते तो एक दिन वो खुद अपने मंज़िल
लोग बस दिखाते है यदि वो बस करते तो एक दिन वो खुद अपने मंज़िल
Rj Anand Prajapati
गुलाम
गुलाम
Punam Pande
*.....उन्मुक्त जीवन......
*.....उन्मुक्त जीवन......
Naushaba Suriya
कानून?
कानून?
nagarsumit326
"लोग करते वही हैं"
Ajit Kumar "Karn"
सोचते होंगे तुम
सोचते होंगे तुम
Dheerja Sharma
4342.*पूर्णिका*
4342.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पास आना तो बहाना था
पास आना तो बहाना था
भरत कुमार सोलंकी
मुझे ना खोफ है गिरने का
मुझे ना खोफ है गिरने का
पूर्वार्थ
*आंतरिक ऊर्जा*
*आंतरिक ऊर्जा*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*अटल बिहारी जी नमन, सौ-सौ पुण्य प्रणाम (कुंडलिया)*
*अटल बिहारी जी नमन, सौ-सौ पुण्य प्रणाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
🌹 *गुरु चरणों की धूल*🌹
🌹 *गुरु चरणों की धूल*🌹
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
अरसा हो गया हमको किसी से कहे हुए...!
अरसा हो गया हमको किसी से कहे हुए...!
AVINASH (Avi...) MEHRA
मौहब्बत में किसी के गुलाब का इंतजार मत करना।
मौहब्बत में किसी के गुलाब का इंतजार मत करना।
Phool gufran
गमों की चादर ओढ़ कर सो रहे थे तन्हां
गमों की चादर ओढ़ कर सो रहे थे तन्हां
Kumar lalit
जिनकी बातों मे दम हुआ करता है
जिनकी बातों मे दम हुआ करता है
शेखर सिंह
परिवार होना चाहिए
परिवार होना चाहिए
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
जिंदगी
जिंदगी
Bodhisatva kastooriya
दूरी जरूरी
दूरी जरूरी
Sanjay ' शून्य'
विजेता सूची- “सत्य की खोज” – काव्य प्रतियोगिता
विजेता सूची- “सत्य की खोज” – काव्य प्रतियोगिता
Sahityapedia
Loading...