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2 Feb 2021 · 1 min read

एक तरफा मोहब्बत

वह मेरे पीछे था
पर मैं उसके पीछे नहीं
वह मेरे साथ एक कहानी बुन
रहा था
पर मैं किसी भी तरह से
उसकी कहानी की पात्र नहीं
वह मेरे साथ जीना चाहता था
पर मैं उसकी जिन्दगी का
अहम हिस्सा बनने को तैयार नहीं
उसे मेरी जुस्तजू थी
आरजू थी
मुझसे मोहब्बत थी
पर मैं उस से मुखातिब नहीं
उसके इश्क में गिरफ्तार नहीं
उसकी कद्रदान नहीं
न मैं उसकी कर्जदार थी
न गुनहगार
न उसके घर की मालकिन
न किरायेदार
मेरा कोई रास्ता उसके
घर से होकर नहीं गुजरता था
दिल की कोई खिड़की
उसकी एक नजर को नहीं
तरसती थी
मेरे बाग की कोई कली
उसे देख मुस्कुराकर
फूल बनकर
नहीं खिलती थी
मैं तो हकीकत में क्या
ख्वाबों में भी उससे कभी नहीं
मिलती थी
यह एक तरफा मोहब्बत का
दोहरा असर था उस पर
कि मैं उसे बिन पिये
बिन नशे के
एक नहीं दो दो दिखती थी।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
1 Like · 10 Comments · 319 Views
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