Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Aug 2021 · 1 min read

एक ठंडी फिर चाहिए एक गरम लहर

एक ठंडी लहर
ठंड लगती है तो
फिर चाहिए एक गरम लहर
गर्मी लगती है तो
फिर चाहिए
एक ठंडी लहर
हर पल
एक नया स्पर्श
एक नई अनुभूति चाहिए
नहीं तो हो जाये
यह जीवन नीरस
एक बिना रस के
पेड़ की डाल पर
लटके
किसी सूखे फल की तरह।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
235 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Minal Aggarwal
View all
You may also like:
ऐ जिन्दगी मैने तुम्हारा
ऐ जिन्दगी मैने तुम्हारा
पूर्वार्थ
जीवन आसान नहीं है...
जीवन आसान नहीं है...
Ashish Morya
पत्नी के डबल रोल
पत्नी के डबल रोल
Slok maurya "umang"
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मन की गांठ
मन की गांठ
Sangeeta Beniwal
तेरी सुंदरता पर कोई कविता लिखते हैं।
तेरी सुंदरता पर कोई कविता लिखते हैं।
Taj Mohammad
कभी वो कसम दिला कर खिलाया करती हैं
कभी वो कसम दिला कर खिलाया करती हैं
Jitendra Chhonkar
दिन निकलता है तेरी ख़्वाहिश में,
दिन निकलता है तेरी ख़्वाहिश में,
umesh vishwakarma 'aahat'
बाप की गरीब हर लड़की झेल लेती है लेकिन
बाप की गरीब हर लड़की झेल लेती है लेकिन
शेखर सिंह
मुझे पतझड़ों की कहानियाँ,
मुझे पतझड़ों की कहानियाँ,
Dr Tabassum Jahan
"मंजर"
Dr. Kishan tandon kranti
आप और हम
आप और हम
Neeraj Agarwal
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
भक्ति गीत
भक्ति गीत
Arghyadeep Chakraborty
3947.💐 *पूर्णिका* 💐
3947.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
पड़ोसी कह रहा था कि अगर उसका नाम
पड़ोसी कह रहा था कि अगर उसका नाम "मुथैया मुरलीधरन" होता, तो व
*प्रणय*
मैं कविता लिखता हूँ तुम कविता बनाती हो
मैं कविता लिखता हूँ तुम कविता बनाती हो
Awadhesh Singh
जो तू नहीं है
जो तू नहीं है
हिमांशु Kulshrestha
सुनाओ मत मुझे वो बात , आँसू घेर लेते हैं ,
सुनाओ मत मुझे वो बात , आँसू घेर लेते हैं ,
Neelofar Khan
आखिर क्यों तू
आखिर क्यों तू
gurudeenverma198
कमाल लोग होते हैं वो
कमाल लोग होते हैं वो
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना
Neeraj Mishra " नीर "
जमाना चला गया
जमाना चला गया
Pratibha Pandey
भारत देश महान है।
भारत देश महान है।
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
संवेदनाएं जिंदा रखो
संवेदनाएं जिंदा रखो
नेताम आर सी
*वह अनाथ चिड़िया*
*वह अनाथ चिड़िया*
Mukta Rashmi
सच्चे लोग सागर से गहरे व शांत होते हैं!
सच्चे लोग सागर से गहरे व शांत होते हैं!
Ajit Kumar "Karn"
मतदान
मतदान
Aruna Dogra Sharma
कत्ल खुलेआम
कत्ल खुलेआम
Diwakar Mahto
त्वमेव जयते
त्वमेव जयते
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...