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12 Mar 2022 · 1 min read

*एक ज्यों परिवार हो 【मुक्तक】*

एक ज्यों परिवार हो 【मुक्तक】
★★★★★★★★★★★★★★★
सर्वदा सबके लिए सब भाँति सद्-व्यवहार हो
मित्रता के भाव का चहुँ ओर शुभ विस्तार हो
रंग भाषा जाति मजहब राष्ट्र – सीमा से परे
यह धरा संपूर्ण अपना एक ज्यों परिवार हो
————————————————–
रचयिता :रवि प्रकाश बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 999761 5451

Language: Hindi
1 Like · 352 Views
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