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3 Oct 2021 · 1 min read

एक जिंदगी खुद के लिए जीते हैं

चलो ना एक जिंदगी खुद के लिए जीते हैं
टूटे दिलो को फिर से जोड़ते हैं
बिखरे सपनो को फिर से समेटते है
चलो ना एक जिंदगी खुद के लिए जीते हैं
दुनिया से दूर आशियाना एक अपना बनाते है
अब सारे गिले शिकवे मिटाते है
चलो ना एकजिंदगी खुद के लिए जीते है
खुल के एक बार फिर साथ में मुस्कुराते हैं
हाथ थाम कर एक बार फिर साथ चलते है
चलो ना एक जिंदगी खुद के लिए जीते है
खोने के डर को आज खत्म करते हैं
बंधन में इस बार दिल से बंधते है
चलो ना एक जिंदगी खुद के लिए जीते हैं

कोमल स्वामी
From Jaipur

Language: Hindi
1 Like · 404 Views

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