Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Apr 2024 · 1 min read

एक गुजारिश तुझसे है

एक गुजारिश तुझसे है,
तुम दिल से मुझे लगा रखना,
भूल ना जाना इस कदर यूँ ही,
दिल टूट ना जाये फिर मेरा।

एक गुजारिश तुझसे है,
तुम प्यार कभी न कम करना,
इकरार किया जो मुझसे तुमने,
वो पल हमेसा याद रखना।

एक गुजारिश तुझसे है,
तुम साथ कभी ना यूँ छोड़ना,
हर साँस में तुझको बसाया है अपने,
बिन साँस टूटे ना जाऊ मर के।

एक गुजारिश तुझसे है,
दिल में मेरे तुम ही रहना,
ये दिल अब तुम बिन ना धड़के,
तुम पे हुआ कुर्बान मै।

रचनाकार –
बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर।

Language: Hindi
1 Like · 41 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Buddha Prakash
View all
You may also like:
गणेश जी पर केंद्रित विशेष दोहे
गणेश जी पर केंद्रित विशेष दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
भय के कारण सच बोलने से परहेज न करें,क्योंकि अन्त में जीत सच
भय के कारण सच बोलने से परहेज न करें,क्योंकि अन्त में जीत सच
Babli Jha
खोखली बातें
खोखली बातें
Dr. Narendra Valmiki
मरने से पहले / मुसाफ़िर बैठा
मरने से पहले / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
जीवन एक मैराथन है ।
जीवन एक मैराथन है ।
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*** अरमान....!!! ***
*** अरमान....!!! ***
VEDANTA PATEL
25 , *दशहरा*
25 , *दशहरा*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
आभार
आभार
Sanjay ' शून्य'
गुरुदेव आपका अभिनन्दन
गुरुदेव आपका अभिनन्दन
Pooja Singh
लेके फिर अवतार ,आओ प्रिय गिरिधर।
लेके फिर अवतार ,आओ प्रिय गिरिधर।
Neelam Sharma
देता है अच्छा सबक़,
देता है अच्छा सबक़,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
दिल चेहरा आईना
दिल चेहरा आईना
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
लिखे क्या हुजूर, तारीफ में हम
लिखे क्या हुजूर, तारीफ में हम
gurudeenverma198
प्रेम
प्रेम
Satish Srijan
तितली
तितली
Dr. Pradeep Kumar Sharma
अब मज़े बाक़ी कहाँ इंसानियत के वास्ते।
अब मज़े बाक़ी कहाँ इंसानियत के वास्ते।
*प्रणय प्रभात*
हर मंदिर में दीप जलेगा
हर मंदिर में दीप जलेगा
Ansh
हरे कृष्णा !
हरे कृष्णा !
MUSKAAN YADAV
*दुनिया से जब जाऊँ तो क्या, छोड़ूँ क्या ले जाऊँ( हिंदी गजल/गी
*दुनिया से जब जाऊँ तो क्या, छोड़ूँ क्या ले जाऊँ( हिंदी गजल/गी
Ravi Prakash
सत्य से सबका परिचय कराएं, आओ कुछ ऐसा करें
सत्य से सबका परिचय कराएं, आओ कुछ ऐसा करें
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जिंदगी के रंगमंच में हम सभी अकेले हैं।
जिंदगी के रंगमंच में हम सभी अकेले हैं।
Neeraj Agarwal
वक़्त होता
वक़्त होता
Dr fauzia Naseem shad
"कलम की अभिलाषा"
Yogendra Chaturwedi
Holding onto someone who doesn't want to stay is the worst h
Holding onto someone who doesn't want to stay is the worst h
पूर्वार्थ
तभी तो असाधारण ये कहानी होगी...!!!!!
तभी तो असाधारण ये कहानी होगी...!!!!!
Jyoti Khari
कोई पढ़ ले न चेहरे की शिकन
कोई पढ़ ले न चेहरे की शिकन
Shweta Soni
छात्रों का विरोध स्वर
छात्रों का विरोध स्वर
Rj Anand Prajapati
3563.💐 *पूर्णिका* 💐
3563.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
किताबों में झुके सिर दुनिया में हमेशा ऊठे रहते हैं l
किताबों में झुके सिर दुनिया में हमेशा ऊठे रहते हैं l
Ranjeet kumar patre
Loading...