एक गरीब बालक
इस नजरिया से मत देखो। मैं भी मैं भी समाज का हिस्सा हूं। मैं तंग गलियों से गुजरा हूं। विकट परिस्थितियों का किस्सा हूं। यह मत समझना मुझे। कि मैं कुछ नहीं कर सकता हूं। मैं अंध्यारो को दूर करने की क्षमता रखता हूं। तुम मुझे कुछ भी समझो पर। मैं भी ईश्वर का वरदान हूं। अपनी मां की खुशी का पायदान हूं