एक ख्वाब है
जिंदगी एक उठती हुई
चक्रवात है
दिन भी जैसे लगे
अमावस की रात है
देखा नही कभी अपने लिए
प्यार को बरसते
ये बसंत भी तो बस
एक ख्वाब है।
जिंदगी एक उठती हुई
चक्रवात है
दिन भी जैसे लगे
अमावस की रात है
देखा नही कभी अपने लिए
प्यार को बरसते
ये बसंत भी तो बस
एक ख्वाब है।