एक कुआ पुराना सा.. जिसको बने बीत गया जमाना सा..
एक कुआ पुराना सा.. जिसको बने बीत गया जमाना सा..
वही चकरी वही घीरणी वही ऊँचा घेराव हैं।।
साहब मेरा गाँव आज भी गाँव हैं ||
Author (S P)
एक कुआ पुराना सा.. जिसको बने बीत गया जमाना सा..
वही चकरी वही घीरणी वही ऊँचा घेराव हैं।।
साहब मेरा गाँव आज भी गाँव हैं ||
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