एक कारवाँ बनायेंगे
।।एक कारवाँ बनायेंगे।।
हम बढ़े तुम भी बढ़ो
एक कारवाँ बनायेंगे
जो है खोये हुये लगते है रोये हुये
उनको भी साथ लायेंगे
एक कारवाँ…….
लेखनी की राह में चल रहे जितने भी
उनको हम ढूढ़-ढूढ़कर
मुकाम तक पहुचायेंगे
एक कारवाँ……..
मिला नही अभी तक उन्हें ऐसा शख़्श दोस्तों
पर भाई मेरे कहते है
उन्हें उपलब्धियां दिलायेगें।
एक कारवाँ,…….
बृन्दावन बैरागी”कृष्णा” कौड़िया(गाडरवारा)
मो.9893342060