एक और महाभारत
अब भी द्रोणाचार्य नहीं
सुधरा अगर!
तो एक और महाभारत
रहेगा होकर!!
फिर एक प्रतिभा का गला
घोंटा जा रहा!
आख़िर कैसे बैठे रहें
हम चुप होकर!!
अब भी द्रोणाचार्य नहीं
सुधरा अगर!
तो एक और महाभारत
रहेगा होकर!!
फिर एक प्रतिभा का गला
घोंटा जा रहा!
आख़िर कैसे बैठे रहें
हम चुप होकर!!