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28 May 2024 · 1 min read

एक और परीक्षा बाकी है।

मतलब कि इस दुनिया में
एक और परीक्षा बाकी है।
स्वाभिमान की रक्षा हेतु
एक और तपस्या बाकी है।
आने दो उस समय को
मैं क्यों प्रतीक्षा कर रहा हूँ।
मैं तो संघर्ष में भी जीवन
मस्त होकर जी रहा हूँ।
सिखा मैंने हँसकर जीना
हालातो से घबराना क्या।

-विष्णु प्रसाद ‘पाँचोटिया’

Language: Hindi
1 Like · 102 Views

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