एक उदास शाम को
ये मत पूछो किसने मेरा
प्यार भरा दिल तोड़ दिया!
वह क़िस्मत थी या दुनिया
जिसने मेरा रूख़ मोड़ दिया!!
एक भेड़ों का चरवाहा
बांसुरी बजाना भूल गया!
जब से किसी पनिहारी ने
पनघट पर आना छोड़ दिया!!
Shekhar Chandra Mitra
ये मत पूछो किसने मेरा
प्यार भरा दिल तोड़ दिया!
वह क़िस्मत थी या दुनिया
जिसने मेरा रूख़ मोड़ दिया!!
एक भेड़ों का चरवाहा
बांसुरी बजाना भूल गया!
जब से किसी पनिहारी ने
पनघट पर आना छोड़ दिया!!
Shekhar Chandra Mitra