एक उदास शाम और
मेरे हिस्से में छोड़कर
एक उदास शाम और!
गुज़र गया यह दिन भी
करके खाली जाम और!!
तू चाहे तो शायरी को ही
मेरा काम समझ ले वर्ना
तुझे याद करने के सिवा
कुछ नहीं मेरा काम और!!
Shekhar Chandra Mitra
#RomanticRebel
मेरे हिस्से में छोड़कर
एक उदास शाम और!
गुज़र गया यह दिन भी
करके खाली जाम और!!
तू चाहे तो शायरी को ही
मेरा काम समझ ले वर्ना
तुझे याद करने के सिवा
कुछ नहीं मेरा काम और!!
Shekhar Chandra Mitra
#RomanticRebel