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29 May 2024 · 1 min read

एक इंसान ने एक परिंदे से

मै इन्हें कैदी बनाने का
विरोधी हूं मगर
परिंदों को भी अपनी हद में उड़ना चाहिए
अपना पर देखना चाहिए
आसमान की गहराई
देखनी चाहिए
पर्वतों की उंचाई देखनी चाहिए
सिसकारियां की नजर
देखनी चाहिए
हरा भरा कोई सजर
देखना चाहिए
मौसम कि मार देखनी चाहिए
और बिजली का तार देखना चाहिए
क्योंकि हमें तुम्हारे रहने न रहने से
रत्ती भर भी फर्क नहीं पड़ता है
एक इंसान ने एक परिंदे से
साफ साफ कह दिया है

Language: Hindi
74 Views
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