Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Nov 2021 · 1 min read

एक आशिक अपनी महबूबा से

तू दिल ले ले
या जान ले ले
तेरा ही हर
सामान ले ले…
(१)
मुझसे बार-बार
हो सामना
अब ऐसी जगह
मकान ले ले…
(२)
तेरा साथ मैं
दूंगा सदा
अभी और यहीं
जुब़ान ले ले…
(३)
एक बार गले
लगाके मुझे
मेरी धड़कनों का
पयाम ले ले…
(४)
सर को उठा
आंखें मिला
और प्यार का
सलाम ले ले…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
(A Dream of Love)

112 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"जीवनसाथी राज"
Dr Meenu Poonia
मेरे पिता
मेरे पिता
Dr.Pratibha Prakash
वक्त नहीं
वक्त नहीं
Vandna Thakur
मैं बारिश में तर था
मैं बारिश में तर था
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
"अनाज के दानों में"
Dr. Kishan tandon kranti
मैने प्रेम,मौहब्बत,नफरत और अदावत की ग़ज़ल लिखी, कुछ आशार लिखे
मैने प्रेम,मौहब्बत,नफरत और अदावत की ग़ज़ल लिखी, कुछ आशार लिखे
Bodhisatva kastooriya
दोस्त न बन सकी
दोस्त न बन सकी
Satish Srijan
नफरतों के जहां में मोहब्बत के फूल उगाकर तो देखो
नफरतों के जहां में मोहब्बत के फूल उगाकर तो देखो
VINOD CHAUHAN
।2508.पूर्णिका
।2508.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
चले आना मेरे पास
चले आना मेरे पास
gurudeenverma198
*कबूतर (बाल कविता)*
*कबूतर (बाल कविता)*
Ravi Prakash
विपक्ष ने
विपक्ष ने
*प्रणय प्रभात*
बेइंतहा सब्र बक्शा है
बेइंतहा सब्र बक्शा है
Dheerja Sharma
⚘छंद-भद्रिका वर्णवृत्त⚘
⚘छंद-भद्रिका वर्णवृत्त⚘
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
किताब का दर्द
किताब का दर्द
Dr. Man Mohan Krishna
आज रात कोजागरी....
आज रात कोजागरी....
डॉ.सीमा अग्रवाल
राजनीतिक यात्रा फैशन में है, इमेज बिल्डिंग और फाइव स्टार सुव
राजनीतिक यात्रा फैशन में है, इमेज बिल्डिंग और फाइव स्टार सुव
Sanjay ' शून्य'
अनसोई कविता............
अनसोई कविता............
sushil sarna
जिदंगी भी साथ छोड़ देती हैं,
जिदंगी भी साथ छोड़ देती हैं,
Umender kumar
किस तिजोरी की चाबी चाहिए
किस तिजोरी की चाबी चाहिए
भरत कुमार सोलंकी
माता पिता के श्री चरणों में बारंबार प्रणाम है
माता पिता के श्री चरणों में बारंबार प्रणाम है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
नाम कमाले ये जिनगी म, संग नई जावय धन दौलत बेटी बेटा नारी।
नाम कमाले ये जिनगी म, संग नई जावय धन दौलत बेटी बेटा नारी।
Ranjeet kumar patre
‘1857 के विद्रोह’ की नायिका रानी लक्ष्मीबाई
‘1857 के विद्रोह’ की नायिका रानी लक्ष्मीबाई
कवि रमेशराज
ओझल मनुआ मोय
ओझल मनुआ मोय
श्रीहर्ष आचार्य
रिसाय के उमर ह , मनाए के जनम तक होना चाहि ।
रिसाय के उमर ह , मनाए के जनम तक होना चाहि ।
Lakhan Yadav
Sometimes you don't fall in love with the person, you fall f
Sometimes you don't fall in love with the person, you fall f
पूर्वार्थ
रंगीन हुए जा रहे हैं
रंगीन हुए जा रहे हैं
हिमांशु Kulshrestha
है यही मुझसे शिकायत आपकी।
है यही मुझसे शिकायत आपकी।
सत्य कुमार प्रेमी
चंदा मामा और चंद्रयान
चंदा मामा और चंद्रयान
Ram Krishan Rastogi
मां की आँखों में हीरे चमकते हैं,
मां की आँखों में हीरे चमकते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...