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31 Mar 2022 · 1 min read

एकलव्य का अंगूठा

हर एक द्रोणाचार्य को
यह सबक सिखाने का
समय है!
अंगूठा देने का नहीं,
यह अंगूठा दिखाने का
समय है!!
जात-पात, ऊंच-नीच,
छुआछूत और भेद-भाव से
भरी हुई!
इस सत्यानाशी व्यवस्था में
यह आग लगाने का
समय है!!
#जय_भीम #हल्ला_बोल #बहुजन_नायक
#JaiBhim #शायरी #कविता

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 284 Views
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