एकता
एकता में बड़ा बल होता है,
आपस में एकता बनाने से,
बढ़ती हमारी ताकत है,
ताकत यदि बढ़ाना है तो,
एकता हमें बनाना होगा।
एकता ना होने के सबब,
जातियों के मँझुवा कलह डाल,
आपस में उन्हें लराया जाता है,
जाति के लोग बगैर विचार – विमर्श किए,
आपस में खून की नदियाँ बहाते है,
जिसमें न जाने कितने निर्दोष,
प्राणी परलोक सिधार जाते हैं।
भारतीयों में एकता ना होने की वजह से ही,
हुआ था भारत देश अंग्रेजों का गुलाम,
जब आया भारतीयों को अभिध्या,
तब भारतीयों ने जाति – धर्म के भेदभाव को बिसराव,
आपस में एकता बनाई थी,
तब जाकर हुआ भारत देश,
अंग्रेजों के बंधन से मुक्त।
भविष्य में स्वतंत्रता चाहते हो,
तो आपस में एकता बनाए रखना होगा।
भविष्य में निर्दोषों को बचाना है,
तो आपस में एकता बनाए रखना होगा।।
लेखक :- उत्सव कुमार आर्या
जवाहर नवोदय विद्यालय बेगूसराय, बिहार