एकतरफा प्यार
एकतरफा प्यार का ऐसा सुरुर होता है
अक्सर एक बेखबर,तो दूजे में भरा फितूर होता है
एक न्यौछावर तो दुजा मगरूर होता है
एक आम सा तो दुजा कोहिनूर होता है
एक इश्क में डूबा तो दुजा बेहद दूर होता है
शायद ऐसी ही अर्जिया खुदा के घर में
मंजूर होता है।
कभी न कभी हर किसी को एकदफ़ा ये
एकतरफा प्यार जरूर होता है।
जमाने का नगवार् दस्तूर होता है
एक नजर दरख को छाया तसव्वूर होता है
हाले दिल हर जगह मसहूर होता है
वफ़ाओ का कोई सा भी सिला न वसूल होता है
जख्म हर उलफ़त का नासूर होता है
क्यों ये एकदफ़ा एकतरफ़ा प्यार जरूर होता है
स्वरचित