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2 Jul 2024 · 1 min read

*ऋषि दयानंद युग-पुरुष हुए, उनको हम शीश झुकाते हैं (राधेश्याम

ऋषि दयानंद युग-पुरुष हुए, उनको हम शीश झुकाते हैं (राधेश्यामी छंद)
————————————–
ऋषि दयानंद युग-पुरुष हुए, उनको हम शीश झुकाते हैं
शपथ आज वेदों के पथ पर, चलने की हम सब खाते हैं
सत्य एक है साध्य हमारा, यह सच ही पार लगाएगा
वह एक ब्रह्म है निराकार, जो वेद-पढ़ा वह गाएगा

रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर ,उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

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