Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Feb 2023 · 1 min read

ऋतु सुषमा बसंत

गमक उठीं हैं पुष्प लताऐं,महक उठा संसार
ऋतुराज का आगमन,वांट रहा उपहार
सौंदर्य प्रेम विखेर प्रकृति,मना रही त्यौहार
मन भावन चल रहीं हवाएं , भीनी मस्त बहार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
204 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all

You may also like these posts

अछूत....
अछूत....
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
#संघर्षशील जीवन
#संघर्षशील जीवन
Radheshyam Khatik
दोहा चौका. . . . रिश्ते
दोहा चौका. . . . रिश्ते
sushil sarna
ग़ज़ल _ दर्द सावन के हसीं होते , सुहाती हैं बहारें !
ग़ज़ल _ दर्द सावन के हसीं होते , सुहाती हैं बहारें !
Neelofar Khan
माँ
माँ
Amrita Shukla
लगे चेहरा मुझे तेरा कसम से ईद का चंदा।
लगे चेहरा मुझे तेरा कसम से ईद का चंदा।
आर.एस. 'प्रीतम'
जीवन पथ
जीवन पथ
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
"मैं दिल हूं हिन्दुस्तान का, अपनी व्यथा सुनाने आया हूं।"
Avinash Tripathi
गंणतंत्रदिवस
गंणतंत्रदिवस
Bodhisatva kastooriya
चित्र आधारित दो कुंडलियाँ
चित्र आधारित दो कुंडलियाँ
गुमनाम 'बाबा'
घर की सब दीवार
घर की सब दीवार
RAMESH SHARMA
Growth requires vulnerability.
Growth requires vulnerability.
पूर्वार्थ
आशा की पतंग
आशा की पतंग
Usha Gupta
बारह ज्योतिर्लिंग
बारह ज्योतिर्लिंग
सत्य कुमार प्रेमी
इतना कहते हुए कर डाली हद अदाओं की।
इतना कहते हुए कर डाली हद अदाओं की।
*प्रणय*
*हसीं मुख देख लेने दो*
*हसीं मुख देख लेने दो*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
“ख़्वाब देखे मैंने कई  सारे है
“ख़्वाब देखे मैंने कई सारे है
Neeraj kumar Soni
या तो हम अतीत में जिएंगे या भविष्य में, वर्तमान का कुछ पता ह
या तो हम अतीत में जिएंगे या भविष्य में, वर्तमान का कुछ पता ह
Ravikesh Jha
अपना हिंदुस्तान रहे
अपना हिंदुस्तान रहे
श्रीकृष्ण शुक्ल
हो पवित्र चित्त, चित्र चांद सा चमकता है।
हो पवित्र चित्त, चित्र चांद सा चमकता है।
Sanjay ' शून्य'
मैंने देखा है
मैंने देखा है
Bindesh kumar jha
मैं हूँ ना, हताश तू होना नहीं
मैं हूँ ना, हताश तू होना नहीं
gurudeenverma198
"जीवन का आनन्द"
Dr. Kishan tandon kranti
फूल की प्रेरणा खुशबू और मुस्कुराना हैं।
फूल की प्रेरणा खुशबू और मुस्कुराना हैं।
Neeraj Agarwal
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
कहमुकरी छंद
कहमुकरी छंद
Rambali Mishra
3641.💐 *पूर्णिका* 💐
3641.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
आदमी इस दौर का हो गया अंधा …
आदमी इस दौर का हो गया अंधा …
shabina. Naaz
प्रथ्वी पर स्वर्ग
प्रथ्वी पर स्वर्ग
Vibha Jain
सुनों....
सुनों....
Aarti sirsat
Loading...