ऋतु राज
पीली चुनर ओढ़ कर, आये हैं ऋतु राज
पुलक उठा उपवन मगन, बजे प्रकृति के साज
कलरव करते हैं विहग, गाते पंचम राग
धरा सुसज्जित शोभती,स्वागत करती आज
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली
पीली चुनर ओढ़ कर, आये हैं ऋतु राज
पुलक उठा उपवन मगन, बजे प्रकृति के साज
कलरव करते हैं विहग, गाते पंचम राग
धरा सुसज्जित शोभती,स्वागत करती आज
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली