ऊ बा कहाँ दिलदार
ऊ बा कहाँ दिलदार
■■■■■■■■■
ऊ बा कहाँ दिलदार जे हमके सतावल रात-दिन
ना बंद होता दर्द में अब गीत गावल रात-दिन
केहू कहेला नींद केहू चैन के दुश्मन कहे
हम तऽ कहीं ऊ चोर हऽ जे दिल चुरावल रात-दिन
ना घाम लागे जेठ में ना शीत लागे पूस में
ऊ याद आवे इश्क़ में मदहोश धावल रात-दिन
शीशा हवे शीशा कहऽ ना हर्ज बा ये बात में
अब दर्द देला मोम के पत्थर बतावल रात-दिन
केहू न हमके नेह से देखल इहे अफसोस बा
तकदीर वाला बा इहाँ जे प्यार पावल रात-दिन
हम आजुवो ‘आकाश’ तन्हा एकदम बानी सुनऽ
ना काम आइल ऐ सनम आँसू बहावल रात-दिन
– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 10/10/2020