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16 Mar 2021 · 1 min read

ऊब

जब भी दुनियाँ से् ऊब जाता हूँ।
तेरी आँखों में ……डूब जाता हूँ।
भूलकर दर्द जिन्दगी के सनम,
खुल के हँसता हूँ मुस्कुराता हूँ।

….. ✍ सत्य कुमार ‘प्रेमी’

Language: Hindi
1 Like · 492 Views
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