ऊँचे शिखर की काली माता
ऊँचे शिखर की काली माता,
दश दिन के लिए बन गई दुर्गा ।
दुर्गा माँ का नव-नव रूप,
नोवों रुप अनोखा,
कभी बनी माँ, शैल कुमारी,
कभी बन गई सबकी माता
ऊँचे शिखर की काली माता,
दश दिन के लिए बन गई दुर्गा ।1।
पूजा होगी, अर्चन होगी,
दशो दिशाएं,गुँजित होगी,
होगी माँ की मधुर-मधुर गाथा,
ऊँचे शिखर की काली माता,
ऊँचे शिखर की काली माता
दश दिन के लिए बन गई दुर्गा ।2।
मैं भी तुम्हारी,शरण पड़ी हूँ,
विनती मेरी, न ठुकराना,
करूणामयी है, अपनी माता,
दर्शन देने आई माता,
ऊँचे शिखर की काली माता,
दश दिन के लिए बन गई दुर्गा ।3।
उमा झा
नवरात्रि की सबों को हार्दिक शुभकामनाएँ !!