Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Dec 2020 · 1 min read

“”उस मां को ही क्यों भूल गए””

उस मां को ही क्यों भूल गए , उदर में जिसने पाला।
उदर में जिसने पाला तुमको ,पहला दिया निवाला।।
उस मां को——————————————-।
(१)
ऐ मंदिर मंदिर चौखट चौखट, अर्जी कितनी लगाई ।
पुत्र रत्न दे दो मुझे ईश्वर, बनूं मै उसकी माई।
मन्नत पूरी करी प्रभु ने,पुण्य घड़ी थी आई।
जन्म देकर माता उस दिन, थी कितनी हरसाई।
आज वही मां तरस रही,तुमने मुंह पे लगाया ताला ।
उस मां को ही क्यों भूल गए, उदर में जिसने पाला ।।
(२)
ऐ मां से बड़ा न कोई जगत में, कहना मेरा मानो ।
किस कारण से नाता तोड़ा, कारण वह पहचानो।
मां तो भूखी रहे तुम्हारी ,बेकार तुम्हारो कमानो।
दर-दर भटक रही है वह जो ,वापस घर है लानो।
हर रिश्तो में मां का दर्जा, सबने बताया आला ।।
उस मां को ही क्यों भूल गए ,उदर में जिसने पाला ।।
राजेश व्यास अनुनय

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 189 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
लक्ष्य एक होता है,
लक्ष्य एक होता है,
नेताम आर सी
अब किसपे श्रृंगार करूँ
अब किसपे श्रृंगार करूँ
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
नालंदा जब  से  जली, छूट  गयी  सब आस।
नालंदा जब से जली, छूट गयी सब आस।
दुष्यन्त 'बाबा'
“Do not be afraid of your difficulties. Do not wish you coul
“Do not be afraid of your difficulties. Do not wish you coul
पूर्वार्थ
“ ......... क्यूँ सताते हो ?”
“ ......... क्यूँ सताते हो ?”
DrLakshman Jha Parimal
दूध वाले हड़ताल करते हैं।
दूध वाले हड़ताल करते हैं।
शेखर सिंह
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
💐 *दोहा निवेदन*💐
💐 *दोहा निवेदन*💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
जो बातें अंदर दबी हुई रह जाती हैं
जो बातें अंदर दबी हुई रह जाती हैं
श्याम सिंह बिष्ट
शिछा-दोष
शिछा-दोष
Bodhisatva kastooriya
इंतजार बाकी है
इंतजार बाकी है
शिवम राव मणि
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Jeevan ka saar
Jeevan ka saar
Tushar Jagawat
💐प्रेम कौतुक-212💐
💐प्रेम कौतुक-212💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दलदल में फंसी
दलदल में फंसी
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
*आए लंका जीत कर, नगर अयोध्या-धाम(कुंडलिया)*
*आए लंका जीत कर, नगर अयोध्या-धाम(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
जय अयोध्या धाम की
जय अयोध्या धाम की
Arvind trivedi
#देकर_दगा_सभी_को_नित_खा_रहे_मलाई......!!
#देकर_दगा_सभी_को_नित_खा_रहे_मलाई......!!
संजीव शुक्ल 'सचिन'
जज़्बा है, रौशनी है
जज़्बा है, रौशनी है
Dhriti Mishra
तुझे याद करता हूँ क्या तुम भी मुझे याद करती हो
तुझे याद करता हूँ क्या तुम भी मुझे याद करती हो
Rituraj shivem verma
सरस्वती वंदना-6
सरस्वती वंदना-6
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
नज़्म - झरोखे से आवाज
नज़्म - झरोखे से आवाज
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
निगाहें के खेल में
निगाहें के खेल में
Surinder blackpen
वादा  प्रेम   का  करके ,  निभाते  रहे   हम।
वादा प्रेम का करके , निभाते रहे हम।
Anil chobisa
"बड़ी चुनौती ये चिन्ता"
Dr. Kishan tandon kranti
■ सनातन पर्वों के ख़िलाफ़ हमारे अपने झूठे संगठन।
■ सनातन पर्वों के ख़िलाफ़ हमारे अपने झूठे संगठन।
*Author प्रणय प्रभात*
भले ही शरीर में खून न हो पर जुनून जरूर होना चाहिए।
भले ही शरीर में खून न हो पर जुनून जरूर होना चाहिए।
Rj Anand Prajapati
3258.*पूर्णिका*
3258.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जाति-धर्म में सब बटे,
जाति-धर्म में सब बटे,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मुझ को किसी एक विषय में मत बांधिए
मुझ को किसी एक विषय में मत बांधिए
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
Loading...