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16 May 2023 · 1 min read

उसे रोने की इजाज़त न थी

वो मासूम था कुछ कह सके, ऐसी हालत न थी,
अपनों को जवाब देना उसकी आदत न थी,
चुप चाप बैग उठाया और काम पर चल दिया,
वो मर्द था उसे रोने की इजाज़त न थी।

© बदनाम बनारसी

1 Like · 191 Views
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