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14 Aug 2017 · 1 min read

उसी ने हमें अपना बना लिया

सभी से दिल लगा के देख लिया ..
दुश्मनों को भी गले से लगा के देख लिया ।

जो मिरे थे वो मिरे न हो सके ..
मैंने दुश्मनों को अपना बना लिया ।

चिराग़/कंदील बन कर खुद ही जलते रहे ,
वक्त ने मुझे कदामत बना दिया ।

हम ने उनका शहर क्या छोड़ा ,
उन्होंने हमें ही बेवफ़ा बना दिया ।

मणि ढूढ़ता रहा जिसे हर कदम ,
उसी ने मुझे अपना बना लिया ।

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