Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 May 2022 · 1 min read

उसके मेरे दरमियाँ खाई ना थी

उसने कोई बात समझाई ना थी
अक़्ल मुझको इस लिए आई ना थी

फासला तो कर दिया हालात ने
उसके मेरे दरमियाँ खाई ना थी

नकहतें क्यों हैं फज़ा में इस क़दर
आपने जब ज़ुल्फ लहराई ना थी

दिल बहुत बेचैन था बेताब था
याद-ए-जानाँ जब तलक आई ना थी

आशिक़ी के इब्तिदाई दौर में
क्या तुम्हें मुश्किल कोई आई ना थी

मेरे दिल को डस रही थी तीरगी
जब किसी की जलवा आराई ना थी

एक दीवाना बड़ा होशियार था
जब तलक ज़ंजीर पहनाई ना थी

मर्तबा ‘ख़ालिद’ को जितना मिल गया
फ़िक्र में इतनी तवानाई ना थी

~ Khalid Nadeem Budauni

1 Like · 490 Views

You may also like these posts

10 Habits of Mentally Strong People
10 Habits of Mentally Strong People
पूर्वार्थ
*यादें कोमल ह्रदय को चीरती*
*यादें कोमल ह्रदय को चीरती*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
उनके नैनन के वार झेलेनी
उनके नैनन के वार झेलेनी
आकाश महेशपुरी
- वो दुपट्टे वाली लड़की -
- वो दुपट्टे वाली लड़की -
bharat gehlot
गांधी और गोडसे में तुम लोग किसे चुनोगे?
गांधी और गोडसे में तुम लोग किसे चुनोगे?
Shekhar Chandra Mitra
"चीख उठते पहाड़"
Dr. Kishan tandon kranti
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
महुब्बत
महुब्बत
Vibha Jain
तुम हो
तुम हो
Jalaj Dwivedi
तुम-सम बड़ा फिर कौन जब, तुमको लगे जग खाक है?
तुम-सम बड़ा फिर कौन जब, तुमको लगे जग खाक है?
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
लोग ऐसे दिखावा करते हैं
लोग ऐसे दिखावा करते हैं
ruby kumari
माया
माया
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
मन से मन का बंधन
मन से मन का बंधन
Shubham Anand Manmeet
वो ख्यालों में भी दिल में उतर जाएगा।
वो ख्यालों में भी दिल में उतर जाएगा।
Phool gufran
वक़्ते-रुखसत बसएक ही मुझको,
वक़्ते-रुखसत बसएक ही मुझको,
Dr fauzia Naseem shad
"मर्यादा"
Khajan Singh Nain
*जीवन्त*
*जीवन्त*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ಒಂದೇ ಆಸೆ....
ಒಂದೇ ಆಸೆ....
ಗೀಚಕಿ
Hitclub - Nền tảng game bài Hit Club đổi thưởng, đa dạng trò
Hitclub - Nền tảng game bài Hit Club đổi thưởng, đa dạng trò
Hitclub V5
राम के नाम को यूं ही सुरमन करें
राम के नाम को यूं ही सुरमन करें
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
एक और द्रौपदी (अंतःकरण झकझोरती कहानी)
एक और द्रौपदी (अंतःकरण झकझोरती कहानी)
गुमनाम 'बाबा'
मां के आंचल में कुछ ऐसी अजमत रही।
मां के आंचल में कुछ ऐसी अजमत रही।
सत्य कुमार प्रेमी
हिंदवासी हिंदी बोलो
हिंदवासी हिंदी बोलो
Sarla Mehta
हर घर तिरंगा
हर घर तिरंगा
Dr Archana Gupta
💐 शब्दाजंलि
💐 शब्दाजंलि
*प्रणय*
दोहा पंचक. . . . यथार्थ
दोहा पंचक. . . . यथार्थ
sushil sarna
नारी
नारी
Mandar Gangal
#सुनो___कैसी _हो ?
#सुनो___कैसी _हो ?
sheema anmol
ये  बेरुखी  अच्छी  नहीं  बातें  करो।
ये बेरुखी अच्छी नहीं बातें करो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
4734.*पूर्णिका*
4734.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...