उसके आ जाने से
उसके आ जाने से फ़िज़ा में बहार आ जाती है।
गम़ग़ीन लम़्हों में मस़र्रत सी छा जाती है।
अब तक जो ब़ेचैन था जो मेरा दिल ।
उसमें सुक़ून का ए़हसास दिला जाती है।
अपनी हस्ती से बेखब़र था अब तल़क।
मुझे मेरी मौजूदग़ी का इल्म़ दिला जाती है।
उसकी बेब़ाक साफ़गोई।
मुझे ज़िंदगी के माय़ने समझा जाती है।