Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Feb 2024 · 1 min read

उम्र भर इस प्रेम में मैं बस तुम्हारा स्वप्न पाऊंँ

इस हृदय का भाव गर,तुझको नहीं स्वीकार प्रियतम…
तो भला मैं स्वयं से कैसे कहो नज़रें मिलाऊँ।
ज्ञात है गंतव्य पर हो चुका अधिकार किसका,
हूं प्रतीक्षारत तुम्हारा,उम्रभर ठहरा रहूंँगा।
मैं किसी भी शख्स का कायल नहीं एक क्षण भी..
चाहता हूंँ बनके पायल,तेरे पग में झुनझुनाऊंँ।

इससे बेहतर क्या भला है, मैं तथागत गीत गाऊँ
यह सरल बिलकुल नहीं है,इक क्षण सा बीत जाऊंँ।
प्रेयसी का जन्मस्थल भी तपोस्थल ही है तो
हर बरस उस तीर्थ के दर्शन का सौभाग्य पाऊंँ।
दिन आ रहा है प्रेम को पुरुषार्थ का सामर्थ्य करने।
उसमें मेरी क्या दशा है,मैं भला कैसे बताऊंँ
और मैं शंकर नहीं हूंँ जो उमा को मांँग पाऊंँ।

एक कवि वैराग्य का हर एक मतलब जानता है।
स्नेह के ठहराव में हर वर्ण को पहचानता है।
हां कदाचित जानता है विरह की व्याकुल व्यवस्था।
किंतु अपने प्रेयसी को ब्रह्म सम्मुख मानता है।
जन्म पाया है सतत सद साधना सानिध्य में
उम्र भर इस प्रेम में मैं बस तुम्हारा स्वप्न पाऊंँ।

दीपक झा रुद्रा

Language: Hindi
107 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बड़े महंगे महगे किरदार है मेरे जिन्दगी में l
बड़े महंगे महगे किरदार है मेरे जिन्दगी में l
Ranjeet kumar patre
वो नए सफर, वो अनजान मुलाकात- इंटरनेट लव
वो नए सफर, वो अनजान मुलाकात- इंटरनेट लव
अमित
Dear  Black cat 🐱
Dear Black cat 🐱
Otteri Selvakumar
*Loving Beyond Religion*
*Loving Beyond Religion*
Poonam Matia
कान का कच्चा
कान का कच्चा
Dr. Kishan tandon kranti
Learn the difference.
Learn the difference.
पूर्वार्थ
एक चतुर नार
एक चतुर नार
लक्ष्मी सिंह
मंजिल
मंजिल
Swami Ganganiya
मंदिर बनगो रे
मंदिर बनगो रे
Sandeep Pande
साया ही सच्चा
साया ही सच्चा
Atul "Krishn"
जीवन उत्साह
जीवन उत्साह
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
हुनर से गद्दारी
हुनर से गद्दारी
भरत कुमार सोलंकी
शाम हो गई है अब हम क्या करें...
शाम हो गई है अब हम क्या करें...
राहुल रायकवार जज़्बाती
तुम आये तो हमें इल्म रोशनी का हुआ
तुम आये तो हमें इल्म रोशनी का हुआ
sushil sarna
मूल्य मंत्र
मूल्य मंत्र
ओंकार मिश्र
पिता और पुत्र
पिता और पुत्र
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
3121.*पूर्णिका*
3121.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
माँ आजा ना - आजा ना आंगन मेरी
माँ आजा ना - आजा ना आंगन मेरी
Basant Bhagawan Roy
बोल दे जो बोलना है
बोल दे जो बोलना है
Monika Arora
रुके ज़माना अगर यहां तो सच छुपना होगा।
रुके ज़माना अगर यहां तो सच छुपना होगा।
Phool gufran
कैसे?
कैसे?
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
मेरा लोकतंत्र महान -समसामयिक लेख
मेरा लोकतंत्र महान -समसामयिक लेख
Dr Mukesh 'Aseemit'
सबको
सबको
Rajesh vyas
Don't Give Up..
Don't Give Up..
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
एक ऐसा दृश्य जो दिल को दर्द से भर दे और आंखों को आंसुओं से।
एक ऐसा दृश्य जो दिल को दर्द से भर दे और आंखों को आंसुओं से।
Rekha khichi
दोहे
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
वृंदावन की कुंज गलियां 💐
वृंदावन की कुंज गलियां 💐
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
काल भैरव की उत्पत्ति के पीछे एक पौराणिक कथा भी मिलती है. कहा
काल भैरव की उत्पत्ति के पीछे एक पौराणिक कथा भी मिलती है. कहा
Shashi kala vyas
मकर संक्रांति
मकर संक्रांति
Suryakant Dwivedi
ज्ञानमय
ज्ञानमय
Pt. Brajesh Kumar Nayak
Loading...