Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Mar 2018 · 1 min read

#रुबाइयाँ

ख़ूब बढ़ेगी उम्र उसी की , जो सुंदर चीज़ निहारे।
मन तनाव से दूर रहेगा , सुंदरता जिसे निखारे।।
मोल नहीं है कौल सही है , कोई परहेज़ नहीं है;
निज जीवन जिसको भी प्यारा ; चलता सुंदरता धारे।।

सोच नयी कर नव पल्लव-सम , हरियाली उर आएगी।
आशाओं के चिल्मन से ही ; भौर नयी दिख जाएगी।।
मेघ एक भी देख धरा का , कण-कण पुलकित हो जाए;
विश्वास यही बरसाए घन ; धरती फिर हर्षाएगी।।

मौन रहो पर काम करो तुम , काम एक दिन बोलेगा।
सूर्य-रश्मियों की जगमग से , रोशन जग ये डोलेगा।।
पुष्प वही तो खींचे मन को , महक लिए हो जो उर में;
शंख वही साँसों को भाए , जो चित ध्वनि का खोलेगा।।

#आर.एस.’प्रीतम’

Language: Hindi
258 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all
You may also like:
धारण कर सत् कोयल के गुण
धारण कर सत् कोयल के गुण
Pt. Brajesh Kumar Nayak
गंणपति
गंणपति
Anil chobisa
8) “चन्द्रयान भारत की शान”
8) “चन्द्रयान भारत की शान”
Sapna Arora
किताबों में तुम्हारे नाम का मैं ढूँढता हूँ माने
किताबों में तुम्हारे नाम का मैं ढूँढता हूँ माने
आनंद प्रवीण
चाय ही पी लेते हैं
चाय ही पी लेते हैं
Ghanshyam Poddar
रुदंन करता पेड़
रुदंन करता पेड़
Dr. Mulla Adam Ali
అమ్మా తల్లి బతుకమ్మ
అమ్మా తల్లి బతుకమ్మ
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
हिन्दी ग़ज़लः सवाल सार्थकता का? +रमेशराज
हिन्दी ग़ज़लः सवाल सार्थकता का? +रमेशराज
कवि रमेशराज
मेरी जिंदगी में जख्म लिखे हैं बहुत
मेरी जिंदगी में जख्म लिखे हैं बहुत
Dr. Man Mohan Krishna
★
पूर्वार्थ
👍कमाल👍
👍कमाल👍
*Author प्रणय प्रभात*
अरमान
अरमान
अखिलेश 'अखिल'
उड़ चल रे परिंदे....
उड़ चल रे परिंदे....
जगदीश लववंशी
फटमारा (कुंडलिया)*
फटमारा (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*कमाल की बातें*
*कमाल की बातें*
आकांक्षा राय
मन बड़ा घबराता है
मन बड़ा घबराता है
Harminder Kaur
जीवन में शॉर्ट कट 2 मिनट मैगी के जैसे होते हैं जो सिर्फ दो म
जीवन में शॉर्ट कट 2 मिनट मैगी के जैसे होते हैं जो सिर्फ दो म
Neelam Sharma
कोरा रंग
कोरा रंग
Manisha Manjari
दोस्ती देने लगे जब भी फ़रेब..
दोस्ती देने लगे जब भी फ़रेब..
अश्क चिरैयाकोटी
दो कदम का फासला ही सही
दो कदम का फासला ही सही
goutam shaw
विचार और विचारधारा
विचार और विचारधारा
Shivkumar Bilagrami
शाम हो गई है अब हम क्या करें...
शाम हो गई है अब हम क्या करें...
राहुल रायकवार जज़्बाती
पार्थगाथा
पार्थगाथा
Vivek saswat Shukla
💐Prodigy Love-14💐
💐Prodigy Love-14💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
क्यों न्यौतें दुख असीम
क्यों न्यौतें दुख असीम
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
दर्द
दर्द
Satish Srijan
मैं
मैं "आदित्य" सुबह की धूप लेकर चल रहा हूं।
Dr. ADITYA BHARTI
घर के मसले | Ghar Ke Masle | मुक्तक
घर के मसले | Ghar Ke Masle | मुक्तक
Damodar Virmal | दामोदर विरमाल
"अंगूर"
Dr. Kishan tandon kranti
गुत्थियों का हल आसान नही .....
गुत्थियों का हल आसान नही .....
Rohit yadav
Loading...