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31 May 2024 · 1 min read

उम्र नहीं बाधक होता।

उम्र नहीं बाधक होता
जग का इतिहास बदला उसने
संघर्ष निरत रह जिया जिसने
सह आंधी तूफ़ान बरसा बूंदी
हर मौसम को सहा जिसने ।

जो भी आया इस धरती पर
जो भी पाया अपने दम पर
फूलों को वरण किया तब ही
सदैव संघर्ष निरत रहा जिसने।

जीवन लंबा नहीं रखते मायने
करतब अद्भुत कर कम वय में
नचिकेता तो था महज बच्चा ही
पर उपनिषद महान रचा उसने।

धरती पर रहा केवल बरस बत्तीश
सिकंदर किया इतना काम अधिक
देशों पर कर अंधाधुंध आक्रमण
जगत विजेता बन गया जिसने।

झांसी की रानी का युद्धकला देखो
बरछी तीर कमान प्रबुद्धवला देखो
अंग्रेजों से लड़ते लड़ते उम्र उनतीस में
बादल संग वीरगति पाया जिसने।

सरदार भगत सिंह को ही लो
तेईस साल मात्र जीए थे वो
देकर अपना योगदान प्रबल
अमरता प्राप्त किया था उसने।
अदभुत कर्म दिखलाने का
संबंध उसका उम्र से क्या
अल्पायु में ऐसा कर जाते
लंबी उम्र में न किया जिसने।

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