उम्मीद
उसने पूछा
‘अनस’
तुम्हारी आखों को सपने
और
इन सपनों को उम्मीद
कहां से मिलती है
मैंने उसे ले जा
आईने के सामने खडा कर दिया|
उसने पूछा
‘अनस’
तुम्हारी आखों को सपने
और
इन सपनों को उम्मीद
कहां से मिलती है
मैंने उसे ले जा
आईने के सामने खडा कर दिया|