उम्मीद पूर्ण व सुखद जिंदगी
एक छोटी-सी जिंदगी में,
रखोगे कितनों से गिले-शिकवे ?
याद रखोगे क्या यही,
कि झगड़े थे कितनों से ?
जब दोस्तों में मनमुटाव हो जाए,
मोहब्बत में धोखा मिल जाए,
हर परिचित अजनबी-सा बर्ताव करने लगे,
फिर भी निराश मत होना,
बस एक उम्मीद जगाए रखना,
मिलेंगे एक दिन फिर तुमसे सभी
यही बात अपने दिल में बसाए रखना |
जो वक्त है बीत रहा,
वैमनस्यता है चल रही जिसमें,
ये वैमनस्यता, वक्त के साथ बदल जाएगा,
ये जो कुछ समय के लिए पराए बने थे,
फिर अपने हो जाएंगे
तनहाई से हमें खींच दूर ले जाएंगे |
है रखो प्रेमभाव सभी से,
रहो सभी मिलजुल कर सद्भाव से,
यही होना चाहिए जीवन का आधार,
नहीं गर ऐसा हो पाए तो
हो जाता है जीवन बेकार |